वाईएसएस भक्तों द्वारा संचालित ऑनलाइन ध्यान-सत्र
(अंग्रेज़ी और अन्य भारतीय भाषाओं में)

कार्यक्रम के विवरण

संन्यासियों द्वारा संचालित ध्यान के अलावा, हम वाईएसएस ऑनलाइन ध्यान केन्द्र के साप्ताहिक कैलेंडर पर भक्तों द्वारा संचालित ध्यान भी उपलब्ध कराते हैं।

कृपया ध्यान दें : सोमवार 6 मई से, हिन्दी में एक भक्त द्वारा संचालित लम्बा ध्यान-सत्र शामिल किया गया है। जो प्रत्येक सोमवार को शाम 5:10 बजे से शाम 7:30 बजे तक (भारतीय समयानुसार) आयोजित किया जाएगा।

शाम 5:10 से 7:30 बजे तक (हिन्दी)

प्रत्येक सोमवार

समय-सारणी

सुबह का ध्यान

सुबह 6:40 से 8:00 बजे तक (अंग्रेज़ी)

शनिवार एवं रविवार के अतिरिक्त अन्य सभी दिन

सुबह 6:40 से 8:00 बजे तक (हिन्दी)

रविवार के अतिरिक्त अन्य सभी दिन

शाम का ध्यान

शाम 5:10 से 6:30 बजे तक (हिन्दी)

मंगलवार के अतिरिक्त अन्य सभी दिन

शाम 6:10 से 7:30 बजे तक (अंग्रेज़ी)

मंगलवार एवं बुधवार के अतिरिक्त अन्य सभी दिन

शाम 6:10 से 7:30 बजे तक (तेलुगु)

प्रत्येक माह का पहला और तीसरा शुक्रवार

शाम 6:10 से 7:30 बजे तक (तमिल)

प्रत्येक माह के पहले और तीसरे सोमवार को

शाम 6:10 से 7:30 बजे तक (कन्नडा)

प्रत्येक बुधवार

शाम 6:10 से 7:30 बजे तक (बंगाली)

प्रत्येक माह का दूसरा और चौथा सोमवार

शाम 5:10 से 7:30 बजे तक (हिन्दी)
(लम्बा ध्यान)

प्रत्येक सोमवार

शाम 6:10 से 8:30 बजे तक (अंग्रेज़ी)
(लम्बा ध्यान)

प्रत्येक बुधवार

प्रत्येक ध्यान-सत्र का आरंभ शक्ति-संचार व्यायाम के सामूहिक अभ्यास के साथ किया जाएगा। तत्पश्चात् हम प्रारंभिक प्रार्थना करेंगे, आध्यात्मिक दैनंदिनी के विचार को पढ़ेंगे, चैंटिंग करेंगे तथा एक अवधि तक मौनपूर्वक ध्यान करेंगे। सत्र का समापन श्री श्री परमहंस योगानन्द द्वारा सिखाई गई आरोग्यकारी प्रविधि तथा समापन प्रार्थना के साथ किया जाएगा। कृपया ध्यान दें कि प्रत्येक ध्यान-सत्र में चैंटिंग अंग्रेज़ी में तथा उस भारतीय भाषा में होगी जिस भाषा में उस दिन का ध्यान आयोजित होगा।

बुधवार के लंबे ध्यान-सत्र का प्रारूप:

लम्बा ध्यान शक्ति संचार व्यायाम के सामूहिक अभ्यास के साथ शुरू होगा, इसके बाद एक प्रारम्भिक प्रार्थना, प्रेरणादायक पठन, भक्तिपूर्ण चैंटिंग और लगभग 30-50 मिनट तक की मौन ध्यान की दो अवधियाँ होंगी। सत्र का समापन श्री श्री परमहंस योगानन्द द्वारा सिखाई गई आरोग्यकारी प्रविधि तथा समापन प्रार्थना के साथ किया जाएगा।

कृपया ध्यान दें कि ये ऑनलाइन ध्यान-सत्र उन दिनों आयोजित नहीं किए जाएंगे जब संन्यासियों द्वारा विशेष कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हों।

यदि आप इन ऑनलाइन ध्यान-सत्रों से परिचित नहीं हैं तो “ऑनलाइन ध्यान-सत्र में कैसे भाग लें” के पृष्ठ पर जाएँ।

नवागंतुक

परमहंस योगानन्दजी और उनकी शिक्षाओं के बारे में और अधिक जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक्स पर जाएँ :

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