प्रार्थना सेवा (अवधि : 15-20 मिनट)
प्रार्थना सेवा, जिसकी रूपरेखा आगामी पृष्ठों में दी गई है, योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया के विश्वव्यापी आश्रमों, केन्द्रों एवं मण्डलियों में हर सप्ताह संचालित की जाती है। इसमें वैज्ञानिक प्रार्थना के दो मौलिक पक्षों का प्रयोग किया जाता है : विचार एवं ऊर्जा। प्रथम, सभी ज़रूरतमन्द लोगों के लिए, परिपूर्णता और ईश्वरीय सहायता के साथ समन्वित विचारों को प्रसारित किया जाता है। फिर परमहंस योगानन्दजी द्वारा सिखाई गई प्रविधि को करके, आरोग्यकारी ऊर्जा उन्हें भेजी जाती है जिन्हें सहायता की आवश्यकता हो।
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प्रारम्भिक प्रार्थना
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वैकल्पिक : परमहंस योगानन्दजी के लेखों एवं उनके कॉस्मिक चैंट्स (Cosmic Chants) में से चयन किया कोई संक्षिप्त प्रेरणादायक पाठन।
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संक्षिप्त ध्यान : योगदा सत्संग पाठों में सिखाई गयी ध्यान-प्रविधियों (यदि आप उन्हें जानते हैं ) के अभ्यास द्वारा, अपने विचारों का ईश्वर की आरोग्यकर विद्यमानता के साथ अन्तर्सम्पर्क करें। फिर मानसिक रूप से उन सभी के लिए गहनता से प्रार्थना करें, जिन्होंने प्रार्थना परिषद् की सहायता के लिए निवेदन किया है। इसके अतिरिक्त आप विशेष रूप से अपने प्रियजनों के लिए अथवा अपनी स्वयं की कठिनाइयों पर विजय पाने हेतु दिव्य सहायता के लिए प्रार्थना कर सकते हैं।
भ्रूमध्य (भृकुटि-मध्य बिन्दु) पर ध्यान केन्द्रित करते हुए ईश्वर के स्पन्दनशील प्रकाश का मानसदर्शन करें। अनुभव करें कि यह सर्वशक्तिमान दिव्य चेतना ही आपके आध्यात्मिक नेत्र के माध्यम से, संकेन्द्रित रोग-निवारक स्पन्दनों की किरणों को उनके लिए प्रेषित कर रही है, जिन्होंने प्रार्थना के लिए आवदेन दिया है। आप भृकुटि-मध्य बिन्दु पर शान्ति की अनुभूति और रोमांचक अथवा आकर्षक संवेदन की अनुभूति कर सकते हैं। किसी भी अवस्था में, बिना शंका के जान लें कि ईश्वर की आरोग्यकर शक्ति उन्हें आशीर्वाद दे रही है जिनके लिए आप प्रार्थना कर रहे हैं। -
वैकल्पिक : ध्यान की अवधि के पश्चात्, यदि चाहें तो किसी संक्षिप्त प्रतिज्ञापन का उपयोग करें (श्री श्री परमहंस योगानन्द की पुस्तक वैज्ञानिक आरोग्यकारी प्रतिज्ञापन — आरोग्यकारी वैज्ञानिक प्रतिज्ञापन के अध्याय-5 में निर्देश उपलब्ध हैं)।
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परमहंस योगानन्दजी द्वारा सिखाई गई आरोग्यकर प्रविधि का अभ्यास करें (आगामी पृष्ठों पर इसकी रूपरेखा दी गई है)
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विश्व शान्ति के लिए समापन-प्रार्थना