संन्यासियों का दौरा — शिमला

तीन-दिवसीय कार्यक्रम

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शुक्रवार, 12 मई, 2023 — रविवार, 14 मई, 2023

(क्रियादीक्षा

Sunday, May 14, 2023)

अतिरिक्त जानकारी

कार्यक्रम का स्थान :

योगदा सत्संग आनन्द शिखर साधनालय — शिमला
बनोती पहल रोड, पंती गाँव,
शिमला – 171005, हिमाचल प्रदेश

सम्पर्क :

फोन :

0177-2650310, 9418638808
9459051087

ईमेल :

पता :

योगदा सत्संग ध्यान केन्द्र — शिमला
रिज, शिमला – 171001, हिमाचल प्रदेश

कार्यक्रम के विवरण

इस विश्व का पालनहार आपके हृदय के द्वार खटखटा रहा है। वह शान्ति-द्वारों के माध्यम से आपके अंतर में प्रवेश पाने का प्रयास कर रहा है, और आपके भीतर प्रसन्नता का बाग़ बसाने की कोशिश कर रहा है।

— श्री श्री परमहंस योगानन्द

परमहंस योगानन्दजी की आत्मा-मुक्ति प्रदायक प्रविधियों की निरन्तर बढ़ती माँगों की परिपूर्ति में सहायता करने हेतु, प्रत्येक वर्ष योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया के संन्यासीगण देश के विभिन्न शहरों का दौरा करते हैं। ये सन्यासी दौरे उन नवागंतुकों के लिए एक सुअवसर प्रदान करते हैं जो स्वयं को परमहंस योगानन्दजी की शिक्षाओं से परिचित कराना चाहते हैं, और वाईएसएस पाठमाला के छात्रों के लिए वाईएसएस ध्यान तकनीकों में गहन मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

इन कार्यक्रमों के दौरान, आप अपने दैनिक जीवन में गुरुदेव की शिक्षाओं को लागू करने में वाइएसएस संन्यासियों के मार्गदर्शन का भी लाभ उठा सकते हैं।

जैसे कि प्रत्येक आध्यात्मिक कार्यक्रम किसी की साधना को एक नई प्रेरणा देता है, इन आयोजनों में आपकी भागीदारी आपके आध्यात्मिक उत्साह को फिर से जगाएगी, और आपको अन्य तत्पर साधकों के साथ ध्यान करने और उनकी संगति में रहने से मिलने वाले आनंद और आशीर्वादों का अनुभव करने में भी सहायक होगी।

यद्यपि कार्यक्रम की समय-सारणी एक स्थान से दूसरे स्थान पर भिन्न हो सकती है, फिर भी एक नमूना रूपरेखा नीचे दी गई है:

पहले दिन का विवरण

09:30 – 10:30 सुबह

उद्घाटन सत्संग

10:30 – 12:00 दोपहर

शक्ति-संचार व्यायाम पुनरवलोकन
(केवल वाईएसएस पाठमाला के शिक्षार्थियों के लिए)

02:30 – 03:30 दोपहर

हं-सः प्रविधि का पुनरवलोकन
(केवल वाईएसएस पाठमाला के शिक्षार्थियों के लिए)

04:30 – 06:15 शाम

शक्ति-संचार व्यायाम और ध्यान

06:30 – 07:30 शाम

आध्यात्मिक सत्संग

07:30 – 08:30 शाम

गुरुजी से सम्बंधित वीडियो शो

दूसरे दिन का विवरण

06:00 – 09:00 सुबह

शक्ति-संचार व्यायाम और ध्यान

09:45 – 10:45 सुबह

आध्यात्मिक सत्संग

11:00 – 12:00 दोपहर

ओम् प्रविधि का पुनरवलोकन
(केवल वाईएसएस पाठमाला के शिक्षार्थियों के लिए)

02:30 – 03:30 दोपहर

प्रश्नोत्तर सत्र

04:30 – 06:15 शाम

शक्ति-संचार व्यायाम और ध्यान

06:30 – 07:30 शाम

आध्यात्मिक सत्संग

तीसरे दिन का विवरण

08:00 – 12:00 दोपहर

क्रियायोग दीक्षा

02:00 – 03:30 दोपहर

समापन सत्संग एवं प्रसाद वितरण

04:00 – 06:00 शाम

क्रियायोग पुनरवलोकन और जाँच
(केवल वाईएसएस क्रियावान् भक्तों के लिए)

क्रियायोग दीक्षा प्राप्त करना:

योग्य भक्तों को दीक्षा देने के लिए वाईएसएस संन्यासी क्रियायोग दीक्षा समारोह आयोजित करेंगे। योग्यता और भागीदारी के बारे में विवरण नीचे उल्लिखित है :

क्रियायोग प्राप्त करने के लिए पात्रता :

  • क्रियायोग दीक्षा प्राप्त करने की पात्रता वाईएसएस पाठमाला के साथ संलग्न प्रश्नावली के संतोषजनक उत्तर प्रस्तुत करने पर निर्भर करती है।
  • जैसा कि आप प्रश्नावली में देखेंगे, क्रियायोग प्राप्त करने के योग्य होने के लिए, भक्त को कई महीनों से नियमित रूप से पहली तीन मूलभूत योगदा प्रविधिओं का अभ्यास करना आवश्यक है।
  • आपको वाईएसएस की गुरु परंपरा और योगदा सत्संग मार्ग के प्रति भक्ति और निष्ठा की हस्ताक्षरित क्रियायोग प्रतिज्ञा भी जमा करनी होगी।

कृपया ध्यान दें :

  • यदि आप क्रियायोग के लिए आवेदन करना चाहते हैं, और आपने अभी तक अपने प्रश्नावली के उत्तर नहीं भेजे हैं, तो उन्हें उस केंद्र/मंडली में जमा किया जा सकता है, जहाँ आप कार्यक्रम में भाग लेंगे और उस शहर में आने पर संन्यासियों द्वारा इनकी जाँच की जाएगी।
  • यदि आपने इन्हें पहले ही राँची भेज दिया है और क्रियायोग के लिए लिखित में स्वीकृति प्राप्त कर ली है, तो कृपया केन्द्र/मंडली में पंजीकरण के लिए स्वीकृति पत्र अपने साथ ले जाएँ।

 

क्रियायोग दीक्षा समारोह में भाग लेना :

वे सभी जो समारोह में क्रियायोग दीक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, ऐसे भक्त जिन्होंने क्रियायोग के पाठ प्राप्त किए हैं लेकिन किसी समारोह में भाग नहीं लिया है; और साथ ही, वह क्रियावान भक्त भी, जिन्होंने औपचारिक दीक्षा प्राप्त कर ली है, लेकिन समारोह में भाग लेने के इच्छुक हैं, उन्हें कम से कम एक दिन पहले सम्बंधित केंद्र में पंजीकरण कराना होगा और समारोह में आवश्यक प्रवेश पत्र लाना होगा।

कृपया क्रियायोग दीक्षा के लिए अपना पंजीकरण कराते समय और पुनरवलोकन में भाग लेते समय भी अपना क्रियावान पहचान पत्र लाएं और दिखाएं।

नवागंतुक

परमहंस योगानन्दजी और उनकी शिक्षाओं के बारे में और अधिक जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक्स पर जाएँ:

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