गुरु-शिष्य के बीच का सम्बन्ध मित्रता में प्रेम की सबसे बड़ी अभिव्यक्ति है; यह नि:शर्त दिव्य मित्रता है, जिसमें दोनों का एक ही साझा लक्ष्य होता है : अन्य किसी भी वस्तु से बढ़कर ईश्वर से प्रेम करने की इच्छा।
— परमहंस योगानन्द
3 जुलाई, 2023 गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर, हमने वाईएसएस संन्यासी के नेतृत्व में एक विशेष ऑनलाइन कार्यक्रम मनाया। इस कार्यक्रम में सामूहिक ध्यान, भक्तिमय चैंटिंग और एक प्रवचन शामिल था।
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यदि आप गुरुदेव परमहंस योगानन्दजी और वाईएसएस गुरु परम्परा के प्रति उनके अनेक आशीर्वादों के लिए आभार व्यक्त करने हेतु अपने प्रेम और निष्ठा के प्रतीक के रूप में कोई भेंट देना चाहते हैं, तो आप इस लिंक पर जाकर दे सकते हैं :