नववर्ष की कल्पना एक उद्यान के रूप में करें, जिसके पौधे लगाने की योजना बनाने हेतु आप उत्तरदायी हैं। इस भूमि में अच्छी आदतों के बीज बोएँ, तथा अतीत की चिन्ताओं और अनुचित कार्यों को उखाड़ फेंके।
— परमहंस योगानन्द
परमहंस योगानन्दजी के अनुसार, नववर्ष अपने लिए नई योजना बनाने का आदर्श समय है, जिसमें यह रूपरेखा हो कि आने वाले वर्ष में आप क्या करने का विचार रखते हैं और आप क्या बनने की महत्वाकांक्षा रखते हैं। उन्होंने ध्यान के साथ नववर्ष में पदार्पण की परंपरा की स्थापना की ताकि हम आने वाले वर्ष के लिए अपने सार्थक उद्देश्यों और आकांक्षाओं पर विचार कर सकें।
रविवार, 31 दिसम्बर को नववर्ष की पूर्व संध्या पर रात्रि 11:30 बजे – सोमवार, 1 जनवरी, 12:15 रात्रि (भारतीय समयानुसार) वाईएसएस संन्यासी द्वारा एक विशेष ध्यान-सत्र का आयोजन किया गया।
वाईएसएस आश्रमों और हमारे कुछ केन्द्रों ने भी 31 दिसम्बर को नववर्ष आगमन की पूर्व संध्या पर व्यक्तिगत कार्यक्रम आयोजित किए।
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नववर्ष के इस अवसर पर, परमहंस योगानन्दजी के आध्यात्मिक और मानवीय कार्यों में योगदान देने के लिए आपका स्वागत है। कृपया दान करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएँ :