परमहंस योगानन्दजी की यह इच्छा थी कि आप योगदा सत्संग पाठमाला को अपने आत्म-साक्षात्कार — आपके दिव्य एवं अनश्वर स्वरूप अथवा आत्मा की जाग्रत चेतना, जो शाश्वत एवं आनन्दमय ब्रह्म के साथ एकरूप है — की व्यक्तिगत यात्रा का मूल तत्त्व बनाएँ।
— योगदा पाठमाला के शिक्षार्थियों के लिए विवरणिका एवं शब्दावली
योगदा सत्संग पाठमाला योगानन्दजी की शिक्षाओं का मूल हैं — और इसमें क्रियायोग के प्राचीन आध्यात्मिक विज्ञान की व्यापक प्रस्तुति शामिल है।
हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि योगदा सत्संग आत्म-साक्षात्कार पाठमाला के नए संस्करण का हिन्दी अनुवाद अब उपलब्ध है, और इन पाठों में नामांकन करने के लिए आवका स्वागत है।
5 जनवरी को हमारे गुरुदेव श्री श्री परमहंस योगानन्द के आविर्भाव दिवस के अवसर पर, ये पाठ वाईएसएस के वरिष्ठ संन्यासियों द्वारा वाईएसएस नोएडा आश्रम में एक सार्वजनिक समारोह के दौरान जारी किए गए।
यह कार्यक्रम हमारी वेबसाइट पर सीधा प्रसारण किया गया था। इसके तुरंत बाद इन पाठों को भेजना प्रारम्भ हो गया।
कृपया ध्यान दें : इस कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग अभी भी देखने के लिए उपलब्ध है।